भक्त वत्सल भगवान श्री राम दर्शन का मंत्र

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भक्त वत्सल भगवान श्री राम के दर्शन की अभिलाषा है तो निम्न उल्लेखित प्रभावशाली मंत्रों का प्रयोग कर आप अपने इष्ट के दर्शन प्राप्त कर सकते हैं। प्रभु श्री राम के दर्शन के लिए ये अत्यन्त प्रभावी मंत्र है। इन्हें प्रयोग में लाने से देव दर्शन की अभिलाषा पूर्ण होती है। हालांकि ईश्वर भावना को देखता है, इसलिए जरूरी है कि देव की अराधना में मन-वचन- कर्म से सात्विक होना अत्यन्त आवश्यक है।

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भगवान की श्री राम के दर्शन की अभिलाषा को पूर्ण करने के लिए आपको मन-वचन-कर्म से सात्विक होना आवश्यक है, साथ ही देव के प्रति समर्पण भाव भी होना चाहिए। पूर्ण आस्था और श्रद्धा से देव का नमन करना चाहिए, तभी आपको देव दर्शन के दुर्लभ आनंद की प्राप्ति होती है।

1- प्रभु राम के दर्शन का प्रयोग-1

भगत बछल प्रभु कृपा निधाना।
बिस्ववास प्रगटे भगवाना।।
राम नवमी वाले दिन किसी वट वृक्ष के नीचे बैठकर इस मंत्र के दस हजार जप करें। इसके बाद प्रतिदिन इस मंत्र के 1००० जप तब तक करते रहें, जब तक कि प्रभु दर्शन शुलभ न हो जाएं। इस मंत्र के प्रयोग से प्रभु का दर्शन होता है।

2- प्रभु राम के दर्शन का प्रयोग- 2

हमहि अगम अति दरसु तुम्हारा।
जस मरुधरनि देवधुनि धारा।।
रामनवमी के दिन प्रभु श्री राम का ध्यान कर पूजन करें। रुद्राक्ष की माला पर इस मंत्र का दो हजार जप नित्य करें। इस अनुष्ठान को कम से कम 51 दिनों तक नियमित करें।

इस काल में दर्शन हो जाए तो ठीक है, अन्यथा 51वें दिन निरन्तर जप तब तक करते रहें, जब तक प्रभु राम का अनुग्रह प्राप्त नहीं हो जाता है। जब निश्चय ही प्रभु दर्शन करना हो तो इस मंत्र का अनुष्ठान करें। सफलता आवश्य मिलेगी।

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