दादा जी के आयुर्वेदिक नुस्खे- नासूर, घाव, सफेद दाग व जोड़ों के दर्द की अचूक दवा

0
3156

नासूर, जोड़ों का दर्द और घाव एक ऐसी समस्या है, जिसका निदान जितनी जल्दी हो जाए, उतना अच्छा है। नासूर, जोड़ों का दर्द और घाव को ठीक करने के अचूक उपाय हम आपको बताने जा रहे है, उम्मीद करते हैं कि यह प्रभावशाली आयुर्वेदिक उपाय आपके लिए उपयोगी साबित होंगे।

नासूर के इलाज-

1- सांप की कांचली जला कर उसमें बरगद वृक्ष का दूध मिलाये, फिर रूई भिगोकर नासूर पर रख दें। लगभग दस दिन बाद उस पर से रूई हटा लें। नासूर का घाव अच्छा हो जाएगा।
2- अरंड के पत्तों का आधा रस निकालकर उसमें एक तोला अच्छा सिंदूर लेकर खरल करके जब रस सिंदूर में मिल जाए तो रूईयां कपड़े की बत्ती को उसमें भिगोकर रात को नासूर में रख दें और बहुत से बारीक-बारीक कीड़े उस कपड़े की बत्ती पर लगे नजर आयेंगे। इस प्रकार तीन चार करने से आराम हो जाएगा। बत्ती बदलते समय सावधानी बरतनी चाहिए। जरूरी हो तो किसी योग्य आयुर्वेदाचायã से परामर्श लें।

Advertisment

घाव का उपचार-

सिरस वृक्ष की छाल बारीक पीसकर घाव पर बुरकने यानी डालने से घाव बहुत ही जल्दी ठीक हो जाता है।

छाजन का उपचार-

सत्यानासी की जड़ पीसकर लगाने से छाजन दाद सफेद दाग तक लाभ होता है।

जोड़ों का दर्द का उपचार-

1- जोड़ों के दर्द के वास्ते राई का लेप करें। लाभदायक होगा।
2- अजवाईन पानी में उबालकर उससे भाप दें।
3- कनेर की पत्तियां उबालकर और कूटकर उसमें मीठा तेल मिलकर लेप करें। निश्चित रूप से लाभकारी होगा।

प्रस्तुति

स्वर्गीय पंडित सुदर्शन कुमार नागर

सेवानिवृत्त तहसीलदार/ विशेष मजिस्ट्रेट, हरदोई

नोट:स्वर्गीय पंडित सुदर्शन कुमार नागर के पिता स्वर्गीय पंडित भीमसेन नागर हाफिजाबाद जिला गुजरावाला पाकिस्तान में प्रख्यात वैद्य थे।

यह भी पढ़ें – वैैष्णो देवी दरबार की तीन पिंडियों का रहस्य

यह भी पढ़ें – जानिए, क्या है माता वैष्णवी की तीन पिण्डियों का स्वरूप

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here