भगवान श्री राम के चरणों में प्रीति का भाव रखकर उनको श्रद्धा से नमन करने वाले का हमेशा ही कल्याण होता है। भगवान श्री राम की कृपा जिस पर हो जाती है। उसका सभी लोकों में कल्याण ही होता है। भगवान श्री राम की पूजा-अर्चन नित्य करनी चाहिए और निम्न उल्लेखित मंत्र का जप विधि के अनुसार करें। ऐसा करने से भक्त का कल्याण ही होता है। उसके संकट समाप्त होते हैं। पूजन शुरू करने से पूर्व गणपति को नमन आवश्य कर लेना चाहिए, क्योंकि शास्त्रों में कहा गया है कि कोई भी पूजन गणपति के नमन के साथ करने से फलदायी होता है।
मंत्र है-
पाहि पाहि रघुबीर गोसाई।
यह खल खाईं काल की नाई।।
मंत्र की सिद्धि की विधि-
रुद्राक्ष की माला पर पूर्वाभिमुखी होकर इस मंत्र के एक हजार जप करने चाहिए। इस मंत्र के प्रयोग से संकट से रक्षा होती है। मंत्र के प्रयोग के दौरान पूर्ण श्रद्धा के भाव से जप करना चाहिए। इससे उत्तम फल की प्राप्ति होती है। संशय का भाव नहीं होना चाहिए। संशय विश्वास का बाधक होता है और विश्वास के बिना भक्ति संभव नहीं है।