तुलसी का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। तुलसी का पूजन हमेशा ही हितकारी होता है। देव कृपा प्रदान करने वाला होता है। तुलसी का धार्मिक महत्व तो है ही, साथ ही इसका उपयोग उपचार में भी होता है।
बच्चों के रोगों के उपचार में इसका खास चलन है। बच्चों को शीतला निकलने पर तुलसी की मंजरी, अजवाइन और अदरक समभाग में लेकर दिन में कई बार सेवन करायें, तो इससे बच्चे को लाभ होगा। शीतला ज्वर के उपचार के लिए तुलसी पत्र एक तोला, मैथी एक तोला और कूट छह माशा आधा पाव पानी में पकायें।
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जब चौथाई भाग शेष रह जाए तो छानकर ठंडा करके बच्चे को पिलायें। इससे शीतला ज्वर ठीक हो जाता है। यह बहुत प्रभावशाली उपाय माना जाता है, इसके प्रभाव से शीतला ज्वर ठीक हो जाता है।