द्बितीय भगवती- ब्रह्मचारिणी: भक्त के जीवन की बाधाएं दूर होती हैं

द्बितीय भगवती- ब्रह्मचारिणी यह भगवती का दूसरा स्वरूप है। यहां ब्रह्म का आशय है तप। ब्रह्मचारिणी का आशय है कि तप का आचरण करने वाली। माना जाता है कि वेद, तत्व और तप ब्रह्म के अर्थ हैं। ब्रह्मचारिणी के ज्योतिर्मय स्वरूप में भगवती दाहिने हाथ में जप की माला और बाए हाथ में कमंडलु धारण … Continue reading द्बितीय भगवती- ब्रह्मचारिणी: भक्त के जीवन की बाधाएं दूर होती हैं