घर में भगवान के वास के 11 शुभ संकेत: जानिए ईश्वरीय कृपा के लक्षण

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घर में भगवान का वास होना एक अत्यंत शुभ संकेत माना जाता है, जो न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है।

वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ विशेष संकेत होते हैं जो दर्शाते हैं कि आपके घर में ईश्वर की कृपा बनी हुई है।

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🕉️ घर में भगवान के वास के संकेत

1. अचानक दिव्य सुगंध का अनुभव

यदि घर के मंदिर या पूजा स्थल से बिना किसी इत्र या धूप के स्वतः सुगंध आने लगे, तो यह भगवान की उपस्थिति का संकेत माना जाता है।

2. नीलकंठ पक्षी के दर्शन

सुबह के समय लगातार तीन दिनों तक नीलकंठ पक्षी का दिखना शुभ माना जाता है और यह ईश्वर की कृपा का प्रतीक है।

3. स्वप्न में मंदिर या भगवान की मूर्ति देखना

यदि आपको सपने में मंदिर, भगवान की मूर्ति या धार्मिक स्थल दिखाई दें, तो यह संकेत है कि भगवान आपसे प्रसन्न हैं और उनकी कृपा आप पर बनी हुई है।

4. पूजा के समय भिक्षु, गाय या पक्षी का आगमन

यदि पूजा करते समय कोई भिक्षु, गाय या पक्षी आपके पास आ जाए, तो यह भी ईश्वर की उपस्थिति का संकेत होता है। ऐसे में भिक्षु को भोजन कराना शुभ माना जाता है।

5. मंत्रों का स्वतः सुनाई देना

यदि आपको जागते हुए या ध्यान के समय बिना किसी स्रोत के मंत्रों की ध्वनि सुनाई दे, तो यह भी भगवान की उपस्थिति का संकेत है।

6. पूजा के समय आंखों में आंसू आना

यदि पूजा करते समय आपकी आंखों में स्वतः आंसू आ जाएं, तो यह दर्शाता है कि आपकी आत्मा और भगवान के बीच गहरा संबंध स्थापित हो रहा है।

7. आगमन

यदि पूजा के समय कोई भिक्षु आपके द्वार पर आए, तो उसे भोजन कराना शुभ माना जाता है। यह ईश्वर की कृपा का संकेत होता है।

8. गाय का द्वार पर आकर बोलना

यदि सुबह के समय पूजा करते वक्त कोई गाय आपके द्वार पर आकर बोले, तो यह घर में सौभाग्य और समृद्धि का सूचक माना जाता है।

9. भगवान को चढ़ाया फूल गिरना

यदि पूजा के समय भगवान को चढ़ाया गया फूल अचानक आपके पास या गोद में गिर जाए, तो यह दर्शाता है कि भगवान आपकी प्रार्थना स्वीकार कर रहे हैं।

10. पूजा के समय करुणा का अनुभव

यदि पूजा के क्षणों में आपको गहरी करुणा का अनुभव हो या आंखों में आंसू आ जाएं, तो यह आत्मा और भगवान के गहरे संबंध को दर्शाता है।

11. मंदिर में छोटे बच्चे द्वारा प्रसाद मांगना

यदि पूजा के समय कोई छोटा बच्चा मंदिर में आकर प्रसाद मांगे, तो यह भी इस बात की पुष्टि करता है कि पूजा स्वीकार हो रही है और ईश्वर की कृपा प्राप्त हो रही है।


🏠 घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के उपाय

  • वास्तु के अनुसार पूजा स्थल की दिशा: पूजा स्थल को हमेशा ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में स्थापित करें।

  • मंदिर की सामग्री: मंदिर को लकड़ी या संगमरमर से बनवाएं, और उसमें केवल सौम्य स्वरूप वाली देवी-देवताओं की मूर्तियां रखें।

  • साफ-सफाई और नियमित पूजा: मंदिर को हमेशा साफ-सुथरा रखें और नियमित रूप से सुबह-शाम दीपक जलाएं।

  • टूटी-फूटी मूर्तियों से बचाव: मंदिर में कभी भी खंडित मूर्तियां न रखें; यदि कोई मूर्ति टूट जाए, तो उसे विधिपूर्वक विसर्जित करें।

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