वाशिंगटन, 17 जून (एजेंसी)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच तेहरान के लोगों से शहर खाली करने का आग्रह किया है।
श्री ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर लिखा,“ईरान को वह ‘सौदा’ हस्ताक्षर करना चाहिए था जो मैंने उन्हें करने के लिए कहा था। यह शर्म की बात है और मानव जीवन की बर्बादी है। मैं बार-बार कहता आया हूं कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता।हर किसी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए।”उन्होंने कहा कि सीधे शब्दों में कहें तो ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता।
श्री ट्रम्प की यह पोस्ट और घोषणा तब आई जब ईरान ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर मिसाइलें दागीं जिसमें आठ लोगों की मौत हो गयी। बाद में इजरायल ने जबावी कार्रवाई की और तेहरान में ईरानी सरकारी मीडिया एजेंसी आईआरआईबी के लाइव प्रसारण के दौरान उस पर हमले किये। इसमें 227 से अधिक ईरानियों की मौत हो गयी जबकि अब तक इजरायल में कुल 24 लोगों की मौत हुयी है।
इजरायली हमलों में शीर्ष ईरानी सैन्य अधिकारियों सहित नव नियुक्त आईआरजीसी कमांडर जनरल अली शादेमानी भी मारे गये हैं। इससे पहले, उनके पूर्ववर्ती ग़ुलाम अली राशिद भी मारे जा चुके हैं।
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने चेतावनी दी कि ईरानी नागरिकों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
‘टाइम’ की रिपोर्ट के अनुसार श्री ट्रम्प जी7 बैठक बीच में ही छोड़कर नयी स्थिति से निपटने लौट आये। अमेरिका ने यूरोप में और विमान तैनात किये हैं ताकि वे पश्चिम एशिया के करीब रहकर अमेरिकी हितों की रक्षा कर सकें।
अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने सोमवार को ‘एक्स’ पर बताया था कि पश्चिमी एशिया में ‘अतिरिक्त क्षमताएं’ भी भेजी गयी हैं। उन्होंने कहा, ”अमेरिकी सेना की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और यहां तैनाती का उद्देश्य इस क्षेत्र में हमारी रक्षात्मक स्थिति को बढ़ाना है।”
श्री हेगसेथ ने सोमवार को फॉक्स न्यूज पर कहा, ”हम सतर्क हैं। हम तैयार हैं। हमने शुरू से ही लगातार संदेश दिया है कि हम अपने लोगों और अपनी संपत्तियों की रक्षा के लिए इस क्षेत्र में तैनात रहेंगे।”
जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ बैठक की शुरुआत में श्री ट्रम्प ने संवाददाताओं से कहा,”ईरान का युद्ध जीतना मुश्किल है। इसलिये उसे इजरायल के साथ उन्हें तुरंत बातचीत करनी चाहिये। इससे पहले कि बहुत देर हो जाये।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।