सजायाफ्ता लालू का राजद अध्यक्ष के लिए फिर नामांकन करना अनैतिक: जद-यू

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नयी दिल्ली 23 जून (एजेंसी)। जनता दल युनाईटेड (जद-यू) ने राष्ट्रीय जनता दल(राजद )के अध्यक्ष पद के लिए श्री लालू प्रसाद यादव के नामांकन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि इससे नैतिकता तार तार हो गयी है।

जद -यू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने सोमवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव को राजद का दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कराकर नैतिकता की सभी सीमायें तोड़ दी गई हैं। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव लगातार नीतीश कुमार सरकार पर नैतिकता को आधार बनाकर निंदा करते हैं लेकिन अपनी पार्टी में इसे भूल जाते हैं।

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उन्होंने कहा, “ न्यायपालिका की तरफ से यह तय हो गया है कि श्री लालू प्रसाद यादव पंचायत का चुनाव तक नहीं लड़ सकते हैं ऐसे में वो किस मुंह से आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी का चुनाव चिन्ह अपने उम्मीदवारों को बांटेंगे?”

प्रवक्ता ने कहा कि श्री तेजस्वी यादव लोगों को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं लेकिन हकीकत ये है कि लालू परिवार का पूरी तरह से राजद पर कब्जा है और यह विशुद्ध रुप से एक पारिवारिक पार्टी है। लोगों को संविधान की मर्यादा का पाठ पढ़ाने वाले श्री तेजस्वी यादव ने दरअसल संविधान की मर्यादा की धज्जियां उड़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इतनी व्यापक आलोचना के बाद एक बार फिर से श्री लालू प्रसाद यादव का राजद राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करना ये साबित करता है कि राजद को राजनीतिक शुचिता की कोई परवाह नहीं है और परिवार के आगे सारे नियम कानून बेमानी हैं।

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