लखनऊ, 23 नवंबर। विधानसभा उत्तर में रविवार को आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में विधायक डॉ. नीरज बोरा ने स्पष्ट और सख्त शब्दों में कहा कि सभी नागरिकों के लिए एसआईआर गणना प्रपत्र भरना अनिवार्य है और इस कार्य को किसी भी हालत में टालना नहीं चाहिए। पुरनिया स्थित उनके कार्यालय में आयोजित इस बैठक में सभी मंडलों के पदाधिकारी और एसआईआर अभियान से जुड़े प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद थे। बैठक का उद्देश्य था—एसआईआर फॉर्म को घर-घर तक पहुँचाना, सभी नागरिकों से समय पर भरवाना और 30 नवंबर से पहले हर हाल में जमा करवाना।

बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. बोरा ने कहा कि राज्य सरकार इस समय एक व्यापक अभियान चला रही है, जिसके तहत एसआईआर गणना प्रपत्रों को भरवाया जा रहा है। यह एक साधारण औपचारिकता नहीं, बल्कि नागरिक डेटा के एक बड़े “KYC-जैसे अभियान” का हिस्सा है। उन्होंने साफ कहा कि इस फॉर्म के जरिए उन सभी नागरिकों का पूरा और अपडेटेड रिकॉर्ड सरकार के पास होगा—कौन जीवित है, किसने स्थान परिवर्तन किया, कौन वर्तमान स्थान पर वोटर है और किनका नया पंजीकरण आवश्यक है।
विधायक ने कहा, “यह फॉर्म भरवाना सिर्फ सरकारी काम नहीं, बल्कि हर पदाधिकारी की जिम्मेदारी है। बीएलओ, बीएलओ-2, सभासद, मंडल पदाधिकारी, शक्ति केंद्र संयोजक और बूथ अध्यक्ष सभी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी घर में फॉर्म न छूटे। एक-एक नागरिक से मिलकर पता करें कि उसे फॉर्म मिला है या नहीं।” उन्होंने कहा कि जिन परिवारों को फॉर्म मिल चुका है, वे लोग 30 नवंबर से पहले उसे भरकर जमा करा दें। 4 दिसंबर तक का इंतजार करना समय बर्बाद करने जैसा होगा। अभियान का उद्देश्य है—समय रहते 100% कवरेज हासिल करना।
डॉ. बोरा ने बैठक में यह भी बताया कि इस प्रक्रिया से वोटर सूची का पूरा डेटा दुरुस्त होगा। कई लोग स्थान परिवर्तन कर चुके हैं, कुछ का नाम सूची में दो जगह है, और कई परिवारों में मृत्यु के बाद नाम हटाए नहीं गए हैं। यह गणना प्रपत्र उन सभी त्रुटियों को समाप्त करने का साधन है। उन्होंने कहा कि 9 दिसंबर से नया वोटर कार्ड अभियान शुरू होगा और तब तक मौजूदा डेटा की सत्यता सुनिश्चित करना अनिवार्य है।

विधायक ने उपस्थित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि हर क्षेत्र में बीएलओ के संपर्क में रहकर कार्य को सुचारू रखें। उन्होंने कहा, “बीएलओ पर केवल निर्भर न रहें। आप सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हर घर में फॉर्म पहुँचे और भरा हुआ वापस आए। जिस बूथ का काम सबसे पहले पूरा होगा, उसे विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।”
बैठक में एसआईआर अभियान को तेज गति देने के लिए कार्ययोजना पर भी चर्चा हुई। मंडल स्तर पर वॉर रूम तैयार करने, रोजाना प्रगति रिपोर्ट लेने और कठिन क्षेत्रों में विशेष टीम भेजने का निर्णय लिया गया।
इस बैठक का नेतृत्व एसआईआर संयोजक महानगर चेतन सिंह बिष्ट, विधानसभा संयोजक ब्रज किशोर पांडेय, उत्तर विधानसभा सह-संयोजक अभिषेक खरे और नगर उपाध्यक्ष टिंकू सोनकर ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में उत्तर विधानसभा के विभिन्न मंडलों के अध्यक्ष व पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बैठक में शामिल प्रमुख लोगों में मंडल अध्यक्ष उत्तर मंडल-2 चंद्रशेखर गुप्ता, उत्तर मंडल-1 के अध्यक्ष दयाशंकर पांडेय, उत्तर मंडल-4 के अध्यक्ष शैलेन्द्र मौर्य, मंडल संयोजक रामशरण सिंह (उ0मं0-5), लवकुश त्रिवेदी (उ0मं0-3), विशाल गुप्ता (उ0मं0-2), राकेश पांडेय (उ0मं0-4), अनूप सिंह (उ0मं0-1) के अलावा वॉर रूम संयोजक एवं मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश तिवारी और मूलचंद्र मिश्रा विशेष रूप से शामिल रहे।
बैठक के अंत में तय किया गया कि अगले सात दिनों तक यह अभियान “युद्धस्तर” पर चलेगा। हर मंडल के प्रभारी को रोजाना व्यक्तिगत स्तर पर फील्ड में जाकर प्रगति देखनी होगी। बूथ स्तर पर टीमों को घर-घर जाकर नागरिकों को फॉर्म भरने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया गया।
विधायक डॉ. बोरा ने कहा कि यह सिर्फ सरकारी दस्तावेज भरना नहीं बल्कि एक जन-सहभागिता अभियान है। अगर नागरिकों का डेटा सही होगा तो सरकारी योजनाओं के लाभ सही पात्रों तक पहुँचेंगे और गलत या पुराने रिकॉर्ड की वजह से योजनाएं प्रभावित नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि यह अभियान जितना सफल होगा, उतनी ही सुगमता से आगामी वोटर पंजीकरण और पहचान प्रक्रिया सम्पन्न होगी।
अंत में उन्होंने सभी पदाधिकारियों से दृढ़ आग्रह किया कि वे इस कार्य को प्राथमिकता दें और इसे आधे-अधूरे मन से नहीं बल्कि कर्तव्य भावना और संकल्प के साथ संपन्न करें।










