भैरव तब बने काशी के कोतवाल, उनके दर्शन के बिना काशी विश्वनाथ के दर्शन हैं अधूरे

स्कंदपुराण के काशी- खंड के 31वें अध्याय में एक पावन कथा का उल्लेख है, जिसके अनुसार एक समय देवताओं के मन में विचार आया कि आखिर इस जगत में श्रेष्ठ कौन है?, उन्होंने इस बारे में सबसे बारी-बारी पूछा। इसके उत्तर में ही श्रेष्ठता से सम्बन्धित इस पावन कथा का सम्बन्ध है, जो हमें बताता … Continue reading भैरव तब बने काशी के कोतवाल, उनके दर्शन के बिना काशी विश्वनाथ के दर्शन हैं अधूरे