एसआर पार्क जानकीपुरम में धूमधाम से मना दशहरा मेला

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स्थानीय लोगों की जबरदस्त भागीदारी, बच्चों ने सुनाई कविताएं

लखनऊ, 02 अक्टूबर। राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम स्थित एसआर पार्क में आज दशहरा मेले का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ किया गया। इस अवसर पर स्थानीय लोगों की भारी भागीदारी देखने को मिली। पूरा माहौल धार्मिक और सांस्कृतिक रंगों से सराबोर रहा। मेले में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत करने वाले इस उत्सव का आनंद उठाया।

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इस भव्य मेले के आयोजक दिनेश सिंह भदौरिया रहे, जिन्होंने बताया कि दशहरा पर्व केवल बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह समाज को एकजुट करने और संस्कारों को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाने का माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनता के सहयोग और उत्साह के कारण ही इस तरह का कार्यक्रम संभव हो पाया है।

मुख्य अतिथियों की उपस्थिति से बढ़ा उत्साह

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संजय तिवारी, अध्यक्ष भाजपा उत्तर मंडल-5 शामिल हुए। उनके साथ मंडल मंत्री शिखा शुक्ला, युवा मोर्चा से जुड़े राजीव मिश्रा, प्रशांत तिवारी, विनय शुक्ला, राजीव श्रीवास्तव (बूथ अध्यक्ष), धर्मेंद्र मिश्रा (बूथ अध्यक्ष), मीडिया प्रभारी ओ.पी. तिवारी तथा समाजसेवी प्यारे लाल श्रीवास्तव विशेष रूप से मौजूद रहे। सभी अतिथियों का आयोजकों द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।

मुख्य अतिथि संजय तिवारी ने इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दशहरा केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय समाज की आत्मा है। यह पर्व हमें यह सिखाता है कि चाहे असत्य कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः जीत सदैव सत्य और धर्म की ही होती है। उन्होंने बच्चों और युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें राम के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।

बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

मेले का मुख्य आकर्षण छोटे-छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई कविताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम रहे। बच्चों ने अपनी कविताओं और गीतों के माध्यम से समाज को शिक्षा और संस्कार का संदेश दिया। बच्चों के उत्साह ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया।

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिनमें स्थानीय युवाओं और बच्चों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। विजेताओं को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

सांस्कृतिक और सामाजिक एकता की झलक

मेले में जहां एक ओर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, वहीं दूसरी ओर स्थानीय हस्तशिल्प और व्यंजनों की स्टॉल्स ने भी लोगों को आकर्षित किया। महिलाओं ने अपने हाथों से बने पकवान और मिठाइयां प्रदर्शित कीं। इस अवसर पर कई सामाजिक संगठनों ने भी मेले में अपनी सहभागिता दर्ज कराई।

कार्यक्रम में मौजूद मीडिया प्रभारी ओ.पी. तिवारी ने बताया कि इस तरह के आयोजन समाज को जोड़ने और सकारात्मक माहौल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार दशहरा मेले में जिस तरह से लोगों ने उत्साह दिखाया है, उससे साफ है कि समाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रति लोगों की रुचि लगातार बढ़ रही है।

आयोजक का धन्यवाद ज्ञापन

मेले के अंत में आयोजक दिनेश सिंह भदौरिया ने सभी अतिथियों और उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी इसी तरह के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा, ताकि समाज में आपसी भाईचारा और सहयोग की भावना को और मजबूती मिले।

इस अवसर पर पार्क में रावण दहन का आयोजन भी किया गया, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने जय श्रीराम के उद्घोष के साथ इस ऐतिहासिक क्षण का आनंद लिया।एसआर पार्क, जानकीपुरम में आयोजित इस दशहरा मेले ने एक बार फिर यह साबित किया कि त्योहार केवल धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने का अवसर भी होते हैं। मेले की गूंज और बच्चों की कविताओं की मधुर ध्वनि देर तक उपस्थित लोगों के मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती रही।

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