लखनऊ, 24 नवम्बर (एजेंसियां)। ध्वजारोहण कार्यक्रम-2025 से ठीक पहले अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में आस्था और आध्यात्मिकता के अद्वितीय रंग बिखरे दिखे। पूरे मंदिर क्षेत्र को दीपों, फूलों और आकर्षक रोशनी से सजाया गया है, जिससे पूरा परिसर स्वर्गिक आभा से दमक उठा। रामलला के दर्शन को लेकर सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। भक्तों के जयश्रीराम के उद्घोष से पूरा वातावरण श्रद्धा और उत्साह से गूंज उठा।
ध्वजारोहण से पूर्व वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विशेष हवन और पूजन संपन्न किया गया। देशभर से आए आचार्यों की उपस्थिति ने अनुष्ठानों की पवित्रता को और भी बढ़ा दिया। मंदिर परिसर में पारंपरिक संगीत, शंख और नगाड़ों की ध्वनि से सारा माहौल धार्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत हो गया। मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर गर्भगृह के बाहरी परिक्षेत्र तक ताज़े फूलों की मालाओं और सजावटी तोरणों ने भक्तों का मन मोह लिया।
अयोध्या प्रशासन ध्वजारोहण के मुख्य कार्यक्रम के लिए अंतिम तैयारियों में जुटा हुआ है। सुरक्षा के लिए पूरे परिसर में अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है, साथ ही श्रद्धालुओं के लिए सुगम मार्ग, पेयजल और चिकित्सकीय सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है। शहर की सड़कों पर जगह-जगह स्वागत द्वार, भगवा ध्वज और प्रकाश व्यवस्था अयोध्या की सांस्कृतिक भव्यता को दर्शाते हैं। दुकानें और घर भी राममय सजावट से चमक रहे हैं।
ध्वजारोहण कार्यक्रम के प्रति लोगों में भारी उत्साह है। माना जा रहा है कि यह समारोह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि अयोध्या की नई पहचान और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का महत्वपूर्ण अध्याय भी सिद्ध होगा। श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने को उत्सुक हैं, जो आने वाले वर्षों में स्मृतियों में दर्ज रहेगा।










