आयात प्रतिबंध के जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय जहाजों पर लगाया बंदरगाह प्रतिबंध
नई दिल्ली/इस्लामाबाद, 4 मई 2025 – भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में जारी तनाव अब समुद्री व्यापार तक पहुँच गया है। भारत द्वारा पाकिस्तान से सभी वस्तुओं के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के बाद, पाकिस्तान ने भी भारतीय जहाजों के लिए अपने बंदरगाहों को बंद करने का फैसला किया है।
🇮🇳 भारत ने क्यों लगाया आयात पर प्रतिबंध?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बारिसन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय पर्यटकों की दर्दनाक हत्या के बाद भारत सरकार ने यह कड़ा कदम उठाया। भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति की चिंताओं के मद्देनज़र लिया गया है।
📉 भारत-पाक व्यापार पहले से ही सीमित
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2019 पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर 200% आयात शुल्क लगाया था।
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तब से दोनों देशों के बीच व्यापार में भारी गिरावट आई है।
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अब यह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष आयात पर पूर्ण प्रतिबंध में बदल चुका है।
🇵🇰 पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: बंदरगाहों पर प्रतिबंध
पाकिस्तान के समुद्री मामलों के मंत्रालय ने शनिवार देर शाम एक आधिकारिक बयान में कहा:
“पड़ोसी देश के साथ समुद्री स्थिति के हालिया विकास को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान निम्नलिखित उपाय तत्काल प्रभाव से लागू करता है:
भारतीय ध्वजवाहक जहाजों को पाकिस्तानी बंदरगाहों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पाकिस्तानी जहाज भारतीय बंदरगाहों पर नहीं जाएंगे।
किसी भी छूट को मामले-दर-मामले आधार पर परखा जाएगा।”
यह बयान पाकिस्तान के समाचार चैनल डॉन न्यूज ने रिपोर्ट किया है।
✈️ सीमा सुरक्षा और संचार सेवा पर भी असर
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भारत ने पाकिस्तान के साथ मेल और पार्सल एक्सचेंज सेवा को भी निलंबित कर दिया है।
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बीएसएफ ने राजस्थान के श्रीगंगानगर सेक्टर से एक पाकिस्तानी रेंजर को हिरासत में लिया है, जो भारतीय सीमा में घुस आया था।
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हवाई मार्गों की निगरानी भी तेज कर दी गई है।
📊 वर्तमान परिदृश्य की झलक:
मुद्दा | भारत का कदम | पाकिस्तान की प्रतिक्रिया |
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आतंकी हमला (22 अप्रैल) | सुरक्षा बढ़ाई | प्रतिक्रिया में व्यापार पर प्रतिबंध |
व्यापार | आयात पर पूर्ण प्रतिबंध | भारतीय जहाजों को बंदरगाहों से रोका गया |
डाक और पार्सल सेवाएं | निलंबित | कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं |
सीमा सुरक्षा | बीएसएफ सतर्क, घुसपैठ रोकी गई | अभी तक कोई जवाब नहीं |