भगवान गणेश के प्रमुख मंदिर

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भारत में गणेश जी के अनेक प्रसिद्ध मंदिर हैं जो धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। नीचे देश के प्रमुख गणेश मंदिरों की सूची और उनके पीछे की संक्षिप्त कथाएं दी जा रही हैं:

1. सिद्धिविनायक मंदिर (मुंबई, महाराष्ट्र)

कथा:
यह मंदिर 1801 में बनाया गया था और यह श्री सिद्धिविनायक रूप में गणपति को समर्पित है। मान्यता है कि यहां की मूर्ति स्वयंभू (स्वतः प्रकट) है और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती है। सिद्धिविनायक विशेष रूप से फिल्मों से जुड़े कलाकारों और राजनेताओं के बीच प्रसिद्ध है।

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2. ढगेश्वर गणपति (रांजणगांव, महाराष्ट्र) – अष्टविनायक में से एक

कथा:
यह मंदिर अष्टविनायक में से एक है, जो कि भगवान गणेश के आठ प्रमुख स्वरूपों में गिना जाता है। कथा है कि यहां गणेश जी ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था, इसीलिए इन्हें “महागणपति” कहा गया। मूर्ति स्वयंभू और शक्ति से युक्त मानी जाती है।

3. कनिपक्कम विनायक मंदिर (चित्तूर, आंध्र प्रदेश)

कथा:
यह मंदिर 11वीं शताब्दी में बनाया गया था। मान्यता है कि एक मूर्ति खुद जमीन से प्रकट हुई थी जब तीन भाई (एक अंधा, एक गूंगा और एक बहरा) कुआं खोद रहे थे। जैसे-जैसे मूर्ति ऊपर आई, उनके दोष ठीक हो गए। इस चमत्कार के बाद यहां मंदिर बना।

4. मोतिश्वर गणपति (मदुरै, तमिलनाडु)

कथा:
यह मंदिर मदुरै मीनाक्षी मंदिर परिसर में स्थित है। माना जाता है कि भगवान गणेश ने यहां स्वयं प्रकट होकर देवी मीनाक्षी के विवाह के समय मंगल कार्य की शुरुआत की थी। यह दक्षिण भारत का एक अत्यंत पूजनीय स्थल है।

5. मानकुला विनायगर मंदिर (पुडुचेरी)

कथा:
यह मंदिर 500 साल से अधिक पुराना है। फ्रांसीसी शासनकाल में इस मंदिर को कई बार हटाने की कोशिश की गई, परंतु मूर्ति हर बार फिर से उसी स्थान पर प्रकट हो जाती थी। इससे लोग इसे चमत्कारी मानने लगे।

6. उचि पिल्लैयार मंदिर (तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु)

कथा:
यह मंदिर एक ऊँची पहाड़ी पर स्थित है। मान्यता है कि यह वही स्थान है जहाँ भगवान गणेश ने रावण के भाई विभीषण से भगवान राम का विष्णु चिह्न छीना था। इसके बाद वे इसी चट्टान पर विराजमान हो गए थे।

7. श्री वरद विनायक (महालुंगे, महाराष्ट्र) – अष्टविनायक

कथा:
यह भी अष्टविनायक में से एक मंदिर है। कहा जाता है कि यह मंदिर स्वयं गणेश भक्त पांडवों द्वारा निर्मित किया गया था। यहां की मूर्ति स्वयंभू मानी जाती है और यह एक तालाब के किनारे स्थित है।

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