पाकिस्तान के बहावलपुर में आतंक का सबसे बड़ा ठिकाना तबाह
नई दिल्ली, 6 मई, (एजेंसी)। धर्म पूछकर औरतों का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकियों ने खिलाफ भारत से सीधा हमला करके आतंकियों को चेताया है कि ऑपरेशन सिंदूर इनके लिए काल बनकर आ रहा है। भारत ने आधी रात के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाते हुए ‘आपरेशन सिंदूर’ चलाया। पाकिस्तान के बहावलपुर में भारत द्वारा किए गए हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। यह हमला पहलगाम में 26 लोगों की हत्या के बदले में किया गया। भारत ने बुधवार को तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए। इनमें बहावलपुर भी शामिल है, जिसे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों का गढ़ माना जाता है। यह हमला पहलगाम में हुए क्रूर नरसंहार के जवाब में किया गया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
अधिकारियों के अनुसार, भारत द्वारा लक्षित नौ ठिकानों में बहावलपुर में जैश-ए-तैयबा का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) शामिल हैं। ये दोनों ही पाकिस्तान के पंजाब में हैं। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सैन्य हमले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत रात 1:44 बजे किए गए। इसने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई “सटीक, संयमित और तनाव को बढ़ाने से बचने के उद्देश्य से की गई।”
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, दो सबसे बड़े हमले जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ बहावलपुर और मुरीदके में किए गए, जिनमें प्रत्येक स्थान पर अनुमानित 25-30 आतंकवादी मारे गए। मुरीदके में, लक्ष्य मस्जिद वा मरकज तैयबा था, जो लश्कर का तंत्रिका केंद्र और वैचारिक मुख्यालय है, जिसे लंबे समय से पाकिस्तान की “आतंक नर्सरी” माना जाता है। खुफिया एजेंसियां अभी भी अन्य लक्षित स्थानों पर हताहतों की संख्या की पुष्टि कर रही हैं। प्रारंभिक आकलन से पता चलता है कि कुल मिलाकर 80 से 90 आतंकवादियों को मार गिराया गया।
जिन सुविधाओं को निशाना बनाया गया, उनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर द्वारा संचालित लॉन्च पैड, प्रशिक्षण शिविर और कट्टरपंथीकरण केंद्र शामिल थे – दोनों को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के तहत आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। हमले के बाद के बयान में, भारतीय सेना ने एक्स पर एक वीडियो जारी किया जिसमें संदेश था “न्याय हुआ”।
ऑपरेशन सिंदूर: मुख्य बिंदु
लक्ष्य और परिणाम: भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें बहावलपुर और मुरीदके के मुख्यालय शामिल हैं। इस अभियान में लगभग 80-90 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
सैन्य समन्वय: यह 1971 के युद्ध के बाद पहली बार था जब भारतीय थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर एक संयुक्त ऑपरेशन किया। इसमें SCALP और HAMMER जैसी अत्याधुनिक मिसाइलों का उपयोग किया गया।
राजनीतिक नेतृत्व: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान की निगरानी की और इसे “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया, जो उन महिलाओं को समर्पित है जिनके पति पहलगाम हमले में मारे गए थे।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
आरोप और जवाबी कार्रवाई: पाकिस्तान ने इस हमले को “युद्ध की कार्यवाही” करार दिया और दावा किया कि भारतीय वायुसेना के कई फाइटर जेट्स को मार गिराया गया है। हालांकि, भारत ने इन दावों का खंडन किया है।
सीमा पर तनाव: पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के LoC पर भारी गोलाबारी की, जिसमें भारतीय नागरिकों की मौत हुई और कई घायल हुए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों की अपील: संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, ब्रिटेन और चीन ने दोनों देशों से संयम बरतने और तनाव को कम करने की अपील की है।