सूडान के विस्थापित शिविर में 300 से अधिक नागरिक मारे गए: संयुक्त राष्ट्र

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खार्तूम, 16 अप्रैल (एजेंसी)। सूडान के अकालग्रस्त ज़मज़म विस्थापन शिविर पर हुए हमलों में 300 से अधिक नागरिक मारे गये। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के विशेषज्ञों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि वह ज़मज़म और अबू शौक विस्थापन शिविरों और उत्तरी दारफ़ुर के एल फ़शर शहर में शुक्रवार और शनिवार को भीषण हमलों के बाद बड़े पैमाने पर हताहतों और विस्थापन की रिपोर्टों से गंभीर रूप से चिंतित है।

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ओसीएचए ने कहा, “स्थानीय सूत्रों से प्राप्त प्रारंभिक आंकड़ों में 300 से अधिक नागरिक मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र के समन्वय कार्यालय के 10 कार्यकर्ताओं सहित 300 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। यह ओसीएचए कार्यकर्ता रिलीफ इंटरनेशनल एनजीओ के जमजम कैंप में चल रहे केंद्रों में बचा हुआ एक मात्र स्वास्थ्य केंद्र था। यह लोग इसी स्वास्थ्य केंद्र में काम रहे थे।”

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा कि हमलों में कम से कम 23 बच्चे मारे गए।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कल कहा कि श्री गुटेरेस ने हत्याओं की निंदा की है।

श्री दुजारिक ने कहा, सूडान में हमारे मानवीय और स्थानीय सहयोगी क्लेमेंटाइन एनक्वेटा-सलामी ने भी इस हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा की है और इस हिंसा को तुरंत खत्म करने तथा आम लोगों एवं मानवीय कार्यकर्ताओं की सुरक्षा करने की अपील की है। इन हमलों के दोषियों पर न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिये।”

विशाल ज़मज़म शिविर उत्तरी दारफ़ुर राज्य की राजधानी और आर्थिक केंद्र एल फ़शेर से लगभग 15 किमी दक्षिण में है। यह अबू शौक शिविर शहर के किनारे पर है। फरवरी में, संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि ज़मज़म और अबू शौक शिविरों में अकाल की जैसी स्थिति है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने कहा कि ज़मज़म शिविर से कम से कम 16,000 लोग विस्थापित हैं, जिनमें से कई लोग एल फ़शेर और पश्चिम में तवीला भाग गए हैं।

ओसीएचए ने हालांकि कहा कि स्थानीय भागीदारों ने बताया कि निरंतर हिंसा और विस्थापित लोगों की बढ़ती आमद के कारण एल फ़शेर में मानवीय संकट और सुरक्षा स्थिति तेजी से बिगड़ रही है।

आईओएम ने कहा कि उत्तरी दारफुर के उम कददाह शहर में एल फशर के पूर्व में, स्थानीय सूत्रों ने बताया कि हाल ही में हुई लड़ाई में 50 से अधिक लोग मारे गए और 900 घर नष्ट हो गए। एजेंसी ने अनुमान लगाया कि पिछले गुरुवार से अब तक लगभग 19,000 लोग इस क्षेत्र से विस्थापित हो चुके हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि दो साल पहले संघर्ष की शुरुआत के बाद से स्वास्थ्य सेवा पर लगभग 160 हमले हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप 300 से अधिक मौतें हुई हैं। एक तिहाई अस्पताल काम नहीं कर रहे हैं, और हाल ही में वित्त पोषण में कटौती ने स्वास्थ्य भागीदारों को देश भर में 300 से अधिक स्वास्थ्य सुविधाओं को समर्थन कम करने के लिए मजबूर किया है।

उल्लेखनीय है कि 15 अप्रैल 2023 को सूडान में जब रैपिड सपोर्ट फोर्स मिलिशिया ने राजधानी खार्तूम पर हमला किया तो उसके बाद से गृह युद्ध छिड़ गया था।

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