साधना में होने वाली अनुभूतियां, ईश्वरीय बीज को जगाने में न घबराये साधक 

ईश्वर की प्राप्ति के लिए साधना सहज माध्यम है। इससे मनुष्य की आत्म चेतना जागृत होती है। जैसे-जैसे साधना अपने चरम पर पहुंचती है, वैसे-वैसे जीव को नित नई-नई अनुभूतियां होने लगती हैं। यह अनुभूतियां पूर्व के जीवन में हुई अनुभूतियों से बिल्कुल भिन्न होती हैं। जहां शरीरिक रूप से इसका प्रभाव दृष्टिगोचर होता है, … Continue reading साधना में होने वाली अनुभूतियां, ईश्वरीय बीज को जगाने में न घबराये साधक