बांग्लादेश में बढ़ते संकट के बीच अंतरिम सरकार प्रमुख का संकेत
ढाका, 23 मई (एजेंसी) — बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने देश में बढ़ते राजनीतिक तनाव और विरोध प्रदर्शनों के बीच अपने पद से इस्तीफा देने पर विचार करने का संकेत दिया है।
बीबीसी बांग्ला की रिपोर्ट के अनुसार, छात्र आंदोलन से उभरी नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के संयोजक नाहिद इस्लाम ने बताया कि यूनुस ने गुरुवार को आयोजित एक सलाहकार परिषद की बैठक में मौजूदा राजनीतिक गतिरोध और सरकार की कार्यक्षमता को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मैं इस तरह काम नहीं कर सकता, अगर आप सभी राजनीतिक दल एकमत नहीं हो सकते।”
यूनुस ने यह भी कहा कि वह खुद को “बंधक जैसा महसूस कर रहे हैं” और मौजूदा स्थिति में काम करना उनके लिए संभव नहीं है। उन्होंने राजनीतिक दलों के बीच सहमति की कमी और सरकार के प्रदर्शन पर उठ रहे सवालों को लेकर भी चिंता जताई।
एनसीपी नेता नाहिद इस्लाम ने यूनुस से जल्दबाजी में कोई निर्णय न लेने का आग्रह किया और उम्मीद जताई कि वह राजनीतिक दलों के बीच एकता सुनिश्चित करेंगे।
इस बीच, बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान ने यूनुस को दिसंबर 2025 तक चुनाव कराने का अल्टीमेटम दिया है। हालांकि, यूनुस ने चुनावों को 2026 तक टालने का सुझाव दिया है, जिससे सरकार और सेना के बीच तनाव बढ़ गया है।
इसके अलावा, यूनुस सरकार द्वारा म्यांमार के राखिन राज्य में मानवीय गलियारा बनाने की योजना पर भी विवाद हुआ है। सेना ने इस परियोजना को “ब्लडी कॉरिडोर” करार देते हुए संप्रभुता पर खतरा बताया है।
यूनुस ने अगस्त 2024 में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद अंतरिम सरकार की बागडोर संभाली थी। उनकी सरकार का उद्देश्य देश में सुधार लाना और निष्पक्ष चुनाव कराना था, लेकिन राजनीतिक असहमति और प्रशासनिक चुनौतियों के कारण यह लक्ष्य अधूरा रह गया है।
बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता और यूनुस के संभावित इस्तीफे ने देश को एक बार फिर संकट के मुहाने पर ला खड़ा किया है।