लखनऊ। आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत युवा मोर्चा उत्तर मण्डल-5 द्वारा एक मंडल युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संयोजन प्रशस्ति तिवारी और राजीव मिश्रा ने किया। सम्मेलन में बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें मानवेन्द्र प्रताप सिंह नगर अध्यक्ष युवा मोर्चा, अमित त्रिपाठी नगर महामंत्री युवा मोर्चा, हिमांशु बाजपेयी आत्मनिर्भर भारत विधानसभा संयोजक, कुणाल सोशल मीडिया प्रभारी, मंडल अध्यक्ष संजय तिवारी उ0मं0-5, महानगर मंडल महामंत्री अक्षय मिश्रा, मंडल उपाध्यक्ष विशाल रावत, वार्ड अध्यक्ष सर्वेश सिंह, पूर्व शक्ति संयोजक अविनाश शुक्ला, मीडिया प्रभारी दाताराम शुक्ला और ओम प्रकाश तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
Advertisment
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंडल अध्यक्ष ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब प्रत्येक युवा मेड इन इंडिया उत्पादों को अपनाने का संकल्प ले। उन्होंने कहा कि विदेशी चमक-दमक में न पड़कर स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग करना ही राष्ट्रहित में वास्तविक योगदान है। मंडल अध्यक्ष ने बताया कि भाजपा सरकार आने के बाद कई ऐसे उत्पाद जो पहले विदेशों से खरीदे जाते थे, अब भारत में ही निर्मित हो रहे हैं, जो आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है।
नगर अध्यक्ष ने उपस्थित युवाओं को आत्मनिर्भर भारत अभियान की बारीकियों से अवगत कराया और कहा कि यह केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि भविष्य की नई दिशा है। उन्होंने बताया कि जब युवा अपने दैनिक जीवन में स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता देंगे तभी देश आर्थिक रूप से मजबूत होगा और स्थानीय उद्योगों को भी नई ऊर्जा मिलेगी।
मीडिया प्रभारी दाताराम शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि अगर यह सरकार कोरोना वैक्सीन न बनाती तो भारत में टीकाकरण का कार्य कई वर्षों तक पूरा नहीं हो पाता। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत का सबसे सशक्त उदाहरण बताया और कहा कि भारत ने दुनिया को यह दिखा दिया कि संकट की घड़ी में वह स्वयं अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है।
कार्यक्रम के दौरान युवा मोर्चा के अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए और युवाओं का आह्वान किया कि वे आत्मनिर्भर भारत अभियान को जन-जन तक पहुँचाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ। उन्होंने कहा कि जब युवा स्वदेशी निर्माण को अपना लेंगे, तभी देश वास्तविक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेगा। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दृढ़ता से दोहराया।
सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें।
सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।