सरकार के 4 साल नहीं पूरे हुए हैं, कानून के राज के खात्मे के चार साल हुए है: शाहनवाज़ आलम

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यह चार सालों में सपा-बसपा पूरी तौर पर भाजपा के चरणों में शरणागत हो चुकी है: शाहनवाज़ आलम

 लखनऊ, 19 मार्च 2021|

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उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने योगी सरकार के चार साल पूरा होने पर योगी और भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है।कहा कि योगी सरकार के चार साल नहीं पूरे हुए हैं बल्कि क़ानून के राज के ख़त्म होने का चार साल पूरा हुआ है। उन्होंने इसे सपा और बसपा के भी पूरी तरह भाजपा और संघ के आगे घुटने टेक देने के भी चार साल पूरे हुए हैं।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यह चार साल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी पूरी तौर पर भाजपा के पैरों में शरणागत होने के चार साल है| दोनों ही पार्टियों ने अमित शाह के कहने पर पिछले चार सालों में अकलियत सहित दलित-पिछड़े समुदाय के सवाल उठाने बंद कर दिए हैं।  इन चार सालों में प्रदेश का कमजोर तबका, मुसलमान तबका सरकार से लड़ने वाले विपक्ष की तलाश कर रहा था |और इस तलाश में समाजवादी पार्टी जो आंकड़ो के लिहाज से विपक्ष की पहली बड़ी पार्टी है और आंकड़ो के लिहाज से दूसरी बड़ी पार्टी  बसपा पूरी तरह फेल साबित हो चुकी है| सिर्फ कांग्रेस की प्रियंका गांधी जी के नेतृत्व में पिछले चार सालों से कमजोर तबकों सहित मुसलमानों के सवालो पर संघर्ष कर रही है।

शाहनवाज़ आलम ने आगे कहा कि इस पूरे दौर में कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गाँधी आज़मगढ़ गयी जहाँ सीएए आन्दोलन में महिलाओं के साथ मार पीट और बदसलूकी की गयी| जबकि वहाँ के सांसद होने के बावजूद अखिलेश यादव उनसे मिलने नहीं गए। इसी तरह बिजनौर, मुज़फ्फरनगर में भी एनआरसी विरोधी आंदोलन में मारे गए लोगों से मिलने प्रियंका गांधी ही गयीं।

वहीं मायावती जी ने संसद के अंदर सीएए का विरोध करने के कारण अमरोहा के सांसद कुंवर दानिश अली को संसदीय दल के नेता के पद से हटा दिया।

ये घटनाएं साबित करती हैं कि इन चार सालों के भाजपा राज में सपा और बसपा भाजपा के साम्प्रदायिक एजेंडे के साथ खड़ी हैं और सिर्फ़ कांग्रेस ही जनता की आवाज़ उठा रही है।

उन्होंने कहा कि यह चार साल सपा द्वारा मुसलमानों को धोखा दिए जाने और उनके हितों पर कुठारागात किये जाने के लिए भी याद रखा जायेगा|

भाजपा सरकार ने चार वर्षों में प्रदेश को इस बुरी तरह चौपट: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने चार वर्षों में प्रदेश को इस बुरी तरह चौपट किया है कि यह बीस वर्ष पीछे चला गया है। जो काम समाजवादी पार्टी की सरकार के समय हो रहे थे और प्रदेश प्रगति तथा विकास के रास्ते पर रफ्तार पकड़ रहा था उन कामों को भाजपा सरकार ने न केवल रोक दिया अपितु चल रही जनहित की योजनाओं में भी पलीता लगा दिया है। सच तो यह है कि विपदा के चार वर्षो में भी जश्न मनाने का अवसर भाजपा ने ढूंढ लिया है।
किया कुछ नहीं मगर आसमान सिर पर उठा लिया। भाजपा के पास एक ही पुराना रिकार्ड है जिसे वे रोज-रोज बजाते हैं, जनता के कान इससे पक गए हैं। आंखों में धूल झोंकने का भाजपा अंतिम प्रयास कर रही है और उसके झूठे आंकड़ों के कहर ने पूरे प्रदेश को प्रदूषित कर दिया है। भाजपा ने असत्य वाचन की सभी सीमाएं पार कर दी हैं।

आज साल पूरे होने पर अखबारों में पूरे दो पेज का विज्ञापन हैउसमें सिवाय आंकड़ेबाजी के कोई दम नहीं है लोकदल

किसानों के ऋण माफगन्ने का भुगतानफसल के सही मूल्यकिसान की आय दुगनीमहंगाई को कम करनेस्वास्थ्य शिक्षाबेरोजगारों को रोजगारमहिला सुरक्षाकानून व्यवस्था सुदृढ़ करने की घोषणा के वादे की याद दिलाते हुए लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि सरकार अपने इस वादे पर टांय-टांय फिस्स हो गयी.सिंह ने कहा, ‘प्रदेश सरकार अपने हर वादे को पूरा करने में विफल रही है. चार साल पहले जो वादे किए थे वो आज तक पूरे नहीं हुए.महंगाई बहुत बढ़ गई है. नौजवान नौकरी नहीं मिलने से परेशान हैं. दलितोंअल्पसंख्यकों और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गए हैं. इस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है चार साल में केवल भाजपा सरकार ने धन्नासेठों के लिए ही काम किया है सिर्फ आंकड़े दिखाए जा रहे हैं। सिंह ने आगे कहा की निवेश के संबंध में बताया गया है कि 4.68 लाख करोड़ के कंपनियों से एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं, 3 लाख करोड़ के निवेश से परियोजनाएं शुरू। लेकिन यह नहीं बताया गया है कि इन परियोजनाओं में कितना फीसद काम पूरा हो पाया हैजमीनी हकीकत यह है कि इन परियोजनाओं में 10-15 फीसद काम पूरा भी नही हुआ है।प्रदेश सरकार दावा कर रही है कि एमएसएमई सेक्टर में 1.80 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हैइस सेक्टर में सरकार के प्रयासों से 1.80 करोड़ नये रोजगार सृजित हुए हैं लेकिन अब विज्ञापन में सिर्फ यह बताया गया है कि एमएसएमई सेक्टर में 1.8 करोड़ लोगों को रोजगार मिलाइससे यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि इस सेक्टर कितने लोग लगे हुए थेऔर इसमें वास्तव में रोजगार सृजित हुए हैं या फिर उसमें कमी दर्ज की गई है। जमीनी हकीकत क्या है उसमें जीएसटी से लेकर आपदा तक के पीरियड में यह सेक्टर लगातार तबाह होता गया हैप्रदेश में इसमें सबसे बड़ा रोजगार देने वाला बुनकरी और जूता उद्योग अभी तक बेपटरी है। 

 

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