गाय देती है शकुन, जो होते हैं अत्यन्त प्रभावी

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अगर गायों का बायीं ओर हुंकारने का स्वर सुनाई दे तो ये अत्यन्त शुभ माना जाता है। ये शकुन सिद्धि का सूचक मानना चाहिए। यह शकुन संकेत देता है कि व्यक्ति की धन, संतान, स्त्री, सम्पत्ति व संतान सम्बन्धित समस्याएं दूर हो होने वाली हैं, लेकिन मार्ग में चलते समय अगर गाय मिले तो वह नेष्ट फल देने वाला शकुन होगा, इसकी वजह से धन हानि या स्वास्थ्य की हानि की आशंका होगी।

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अगर किसी कार्य से घर से निकलते समय गाय दायीं ओर मिले तो यह शुभ माना जाता है। अगर गाय अपने बछड़े को दूध पिलाती हो और व्यक्ति के दायीं ओर हो तो इसे भी शुभ शकुन समझना चाहिए। यह इस बात संकेत है कि व्यक्ति की खाद्यान्न की समस्या दूर होंगी। अगर गाय अपने पांव के खुर से अगले भाग की भूमि खोदे तो उससे भी किसी रोग के होने की आशंका होती है। यह भी आशंका होती है कि वह भी किसी जटिल रोग के भंवर में फस जाए। कुछ विद्बान गाय के भूमि खोदने को रोग का कारण नहीं मानते हैं। उनका मानना है कि उस स्थान धन होने की सूचना है, हालांकि ऐसा मानना वाले कम ही विद्बान है, इसलिए पूर्व में दिए गए मत को स्वीकार करना चाहिए।

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अगर रात्रि के समय गाय कर्कश स्वर में बोले तो इसे भय सूचक शकुन समझना चाहिए। अगर गाय के ऊपर मख्खियां बैठी हो तो यह जल वृष्टि का शकुन है। अगर गाय प्रसन्नता युक्त हुंकार भरे तो यह बहुत ही लाभदायक होती है। अगर गाय कपिला हो तो अधिक शुभ होता है, गाय अगर लाल हो तो न्यून शुभ, श्वेत हो तो शुभ रहती है। काली गाय के दर्शन से भी अल्प फल की प्राप्ति होती है।

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