गुरुतत्व का वैदिक रहस्य भाग-3,एक वैदिक कालीन प्रसंग

सूत जी बोले- गुरुवर! नारद से वह ब्रह्म विज्ञान किसने प्राप्त किया? हे व्यास जी आगे का वृतांत सुनाइयें। इस कथा से मुझे बड़ा ही आनंद प्राप्त हुआ है। व्यास जी बोले- हे सूत,, उसी समय मैं भी बड़ा अशांत होकर ज्ञान के तत्व सक्षात्कार के लिए व्याकुल हो रहा था। यह सुनकर सूत जी … Continue reading गुरुतत्व का वैदिक रहस्य भाग-3,एक वैदिक कालीन प्रसंग