शुक्ल पक्ष, दिन और उत्तरायण के 6 महीनों में मृत्यु हो तो
शुक्ल पक्ष, दिन और उत्तरायण के 6 महीनों में मृत्यु हो तो प्राणी की आत्मा ब्रह्मलोक में पहुंचकर ब्रह्म में विलीन हो जाती है, जबकि दक्षिणायन के 6 महीनों में जिनकी मृत्यु होती है वे चंद्रलोक तक जाकर पुनः मृत्युलोक में जन्म लेते हैं।