नेत्र ज्योति वर्धक दवा, आंखों में जाला और मातियाबिंद का उपचार

0
1860

आंखों में पानी आने की दवा-

नीम के रस में जस्त मिलाकर लेप करें।
नीम के गुण-

Advertisment

निम्न वृक्षस्य पंचांग, रक्त दोष हरं भवेत।
पित्तं कण्डू व्रणं दाह, कुष्न्चैव निनाशयेत।।

नेत्र ज्योति वर्धक दवा- Eye enhancer medicine

मुलतानी मिटटी, बहेडा, आंवला, नागर मोथा, जटा मांसी सुगंध वाला, कपूरर कांचरी, सफेद चंदन का चूर्ण, यह सब औषधियां एक-एक तोला व कपूर तीन माशा, यह सब बारीक पीसकर थोड़ा ससा पानी मिलाकर इस लेप को माथे पर लगाए। यह लेप बराबर कई बार रात्रि को लगाएं। लाभ होगा।

आँखें दुखना, उपचार

1- गुलाब जल में थोड़ा फिटकरी का फूला डालकर उसे कई बार आँखों में बूंद – बूंद टपकावें ।

2-  गरम पानी में जस्ते का फूला डालकर सेकने से दरद बंद होता है ।

3- गैंदे के पत्ते पीसकर उसकी टिकिया आँखों पर बाँधे ।

4-  हल्दी , आँवा हल्दी , रसौत , फिटकरी , लोध , इंद्र जौ , अफीम , ग्वारपाठे का गूदा – इन्हें पीसकर पलकों पर या आँखों के आस – पास लेप करें ।

5-  रूई के फाहों पर दूध की मलाई रखकर बाँधे ।

6- हल्दी के पानी में कपड़ा डुबोकर आँखों पर रखें ।

7- पठानी लोध , रसौत , रक्त चंदन , फिटकरी , इंद्र जौ , हल्दी , आँवा हल्दी , कपूर , नीम के कोंपल , ग्वारपाठा , मुलहठी – इन सबको पीसकर एक कपड़े की पोटली में बाँध लें । आँखें बंद करके इस पोटली से पलकों को तर करते रहें । पोटली सूखने लगे तो उस पर पानी छिड़ककर गीली कर लें ।

सूचना– किसी वैद्य से परामर्श कर इसका प्रयोग कीजिए। नेत्रों का परीक्षण भी उक्त वैद्य से करा लें। उसके बाद ही इसका उपयोग करें।

आंखों की दवा
पिसी हुई लाल फिटकरी और शुद्ध घी। फिटकरी को पीसकर घी में मिला लें। एक सप्ताह तक रात में सोते समय आंखों के उपर लेप करें।

रतौंधी की दवा

1- छाद में काली मिर्च मिलाकर पुतली में कई दिनों तक लगाएं।
2- धनिया की पत्नी का रस छानकर कई दिनों तक आंखों में लगाएं।
3- पीपल की छाल गोमुत्र में घिसकर आंखों में लगाएं।
सूचना- किसी वैद्य से परामर्श कर इसका प्रयोग कीजिए। नेत्रों का परीक्षण भी उक्त वैद्य से करा लें। उसके बाद ही इसका उपयोग करें।

आंखों में जाला और मातियाबिंद का उपचार- eyes eyes and cataract treatment

1- कागजी नीबू का रस प्रतिदिन आंखों में लगाएं।
2-प्याज के रस को शहद में मिलाकर आंख में लगाएं।
उपरोक्त प्रयोग चालीस दिन तक करें।
सूचना- किसी वैद्य से परामर्श कर इसका प्रयोग कीजिए। नेत्रों का परीक्षण भी उक्त वैद्य से करा लें। उसके बाद ही इसका उपयोग करें।

आंखों के दर्द की दवा
1- बरगद का दूध का आंखों पर लेप करें। 
2- आक यानी मदार अर्क का दूध पैर के नाखूनों पर लगाएं।

सूचना- किसी वैद्य से परामर्श कर इसका प्रयोग कीजिए। नेत्रों का परीक्षण भी उक्त वैद्य से करा लें। उसके बाद ही इसका उपयोग करें।

प्रस्तुति

स्वर्गीय पंडित सुदर्शन कुमार नागर

सेवानिवृत्त तहसीलदार/ विशेष मजिस्ट्रेट, हरदोई

नोट:स्वर्गीय पंडित सुदर्शन कुमार नागर के पिता स्वर्गीय पंडित भीमसेन नागर हाफिजाबाद जिला गुजरावाला पाकिस्तान में प्रख्यात वैद्य थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here