उपासना एवं ज्ञान के अनुरूप पुरुषार्थ करना चाहिए

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वेद विचार
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परमात्मा की कृपा से और अपने पुरुषार्थ से मनुष्य सांसारिक उच्च से उच्च पद को और परम मुक्ति पद को भी प्राप्त करने तथा राष्ट्र और जगत में ज्ञान-विज्ञान एवं सदाचार के सूर्य को प्रकट करने में समर्थ हो जाते हैं।

इसलिए हम मनुष्यों को ईश्वर विषयक सद्ज्ञान प्राप्त करने के साथ उसकी उपासना एवं ज्ञान के अनुरूप पुरुषार्थ करना चाहिए। ऐसा जीवन ही हमें सफलताएं दिला सकता है।

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-प्रस्तुतकर्ता मनमोहन आर्य

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