यहां हम स्त्रियों को लाभ देने वाले मंत्र के बारे में आपको बताने जा रहे है। इसके प्रयोग से स्त्रियों को तमाम तरह के लाभ की प्राप्ति होती है। हालांकि यह साधाना को सिद्ध करना इतना सहज नहीं है, फिर भी यदि इसे सिद्ध कर लिया जाए तो इसका स्त्रियों को बहुत लाभ मिलता है। श्री राम और माता सीता के प्रति पूर्ण भक्तिभाव को रखकर मंत्र को सिद्ध करना चाहिए।
चंद्रहास हरु मम परितापं।
रघुपति रिह अनल संजातं।।
शीतल निसित बहसि बर धारा।
कह सीता हरु मम दुख भारा।।
मंत्र प्रयोग विधि-
रविवार को पुष्य नक्षत्र हो तो स्वर्ण की एक इंच लम्बी तलवार बनाकर सीता जी के षोडशोपचार विधि से पूजा करें। इसके बाद यह मंत्र पढ़ते हुए इस तलवार को फूंक मारते रहें। नित्य 1००० बार 41 दिन पूरे करें। पूर्ण श्रृंगार करें और नये वस्त्र धारण करके इस मंत्र को 1०8 बार पढ़ते हुए आभूषण की तरह तलवार को कंठ में धारण कर लें। यह प्रयोग मुख्य रूप से स्त्रियों के लिए है। इस प्रयो से स्त्रियों को नाना प्रकार के लाभ की प्राप्ति होती है। इस मंत्र के प्रयोग से स्त्रियों के सौभाग्य में वृद्धि होती है।