गुप्त नवरात्रि के रहस्य: जानें कैसे पाएं दस महाविद्याओं की असीम कृपा

0
21

नवरात्रि, देवी भगवती की आराधना का पर्व, वर्ष में चार बार आता है। इनमें से दो- चैत्र और शारदीय नवरात्रि- को व्यापक रूप से मनाया जाता है, जबकि दो अन्य- माघ और आषाढ़- को “गुप्त नवरात्रि” के नाम से जाना जाता है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, गुप्त नवरात्रि में साधना और उपासना को गोपनीय रखा जाता है, और इसका महत्व भी अत्यंत गहरा और रहस्यमयी है। जो साधक इन रहस्यों को समझकर भक्तिपूर्वक साधना करता है, उस पर मां भगवती की असीम कृपा अवश्य बरसती है।

क्या है गुप्त नवरात्रि का रहस्य?

गुप्त नवरात्रि का मुख्य रहस्य इसकी गोपनीयता और साधना की प्रकृति में छिपा है। यह समय मुख्य रूप से तांत्रिक सिद्धियों, दस महाविद्याओं की साधना और गूढ़ आध्यात्मिक अनुष्ठानों के लिए समर्पित है। आइए इसके प्रमुख रहस्यों को विस्तार से जानें:

Advertisment

1. दस महाविद्याओं की साधना: चैत्र और शारदीय नवरात्रि में जहां मां दुर्गा के नौ स्वरूपों (शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, आदि) की पूजा होती है, वहीं गुप्त नवरात्रि में देवी के दस महाविद्या स्वरूपों की आराधना का विधान है। ये दस महाविद्याएं हैं:

  • काली
  • तारा
  • त्रिपुर सुंदरी (षोडशी)
  • भुवनेश्वरी
  • छिन्नमस्ता
  • त्रिपुर भैरवी
  • धूमावती
  • बगलामुखी
  • मातंगी
  • कमला

ये सभी देवियां तंत्र की अधिष्ठात्री हैं और इनकी साधना अत्यंत शक्तिशाली मानी जाती है। सही विधि और गुरु के मार्गदर्शन में की गई साधना साधक को अलौकिक सिद्धियां और ज्ञान प्रदान करती है।

2. तंत्र और मंत्र की साधना: गुप्त नवरात्रि को तंत्र साधना के लिए सर्वश्रेष्ठ समय माना गया है। इस दौरान साधक अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा को जाग्रत करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप, यंत्रों की स्थापना और तांत्रिक क्रियाएं करते हैं। यह माना जाता है कि इस समय ब्रह्मांडीय ऊर्जाएं अत्यंत जाग्रत अवस्था में होती हैं, जिससे मंत्र और तंत्र शीघ्र सिद्ध होते हैं।

3. कामना पूर्ति के लिए विशेष अनुष्ठान: गुप्त नवरात्रि में की गई साधना सांसारिक और आध्यात्मिक, दोनों प्रकार की इच्छाओं की पूर्ति के लिए अत्यंत प्रभावी होती है। साधक अपनी विशेष कामनाओं जैसे- शत्रु नाश, सम्मोहन (वशीकरण), धन प्राप्ति, रोग मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति के लिए विशेष अनुष्ठान करते हैं। मां बगलामुखी की साधना शत्रु विजय के लिए और मां कमला की साधना धन-धान्य की प्राप्ति के लिए विशेष फलदायी मानी जाती है।

4. गोपनीयता का महत्व: इस नवरात्रि का सबसे बड़ा रहस्य इसकी साधना को गुप्त रखना है। ऐसा माना जाता है कि आप जितनी गोपनीयता से अपनी साधना, मंत्र जाप और अनुष्ठान करेंगे, सफलता उतनी ही शीघ्र और निश्चित मिलेगी। अपनी साधना का बखान करने से उसकी ऊर्जा और प्रभाव क्षीण हो जाता है। यही कारण है कि इसे “गुप्त” नवरात्रि कहा जाता है।

5. साधारण भक्तों के लिए भी फलदायी: यह एक आम धारणा है कि गुप्त नवरात्रि केवल तांत्रिकों और अघोरियों के लिए है, কিন্তু यह सत्य नहीं है। कोई भी सामान्य गृहस्थ व्यक्ति भी इस दौरान मां भगवती की कृपा प्राप्त कर सकता है। यदि आप तांत्रिक क्रियाएं नहीं कर सकते, तो भी आप इन दिनों में पूरी श्रद्धा और गोपनीयता के साथ दुर्गा सप्तशती का पाठ, देवी के बीज मंत्रों का जाप, और रात्रि में मां का पूजन कर सकते हैं। मां अपने हर उस भक्त पर कृपा करती है जो सच्चे मन से उन्हें पुकारता है।

कैसे पाएं भगवती की कृपा?

गुप्त नवरात्रि के रहस्यों को जानकर जो साधक भक्ति के मार्ग पर चलता है, उसे मां की कृपा अवश्य प्राप्त होती है। कृपा पाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:

  • पूर्ण श्रद्धा और विश्वास: किसी भी पूजा या साधना की सफलता का मूल आधार ईश्वर में अटूट विश्वास है।
  • गोपनीयता: अपनी पूजा, मंत्र जाप और मनोकामनाओं को गुप्त रखें।
  • ब्रह्मचर्य और सात्विकता: इन नौ दिनों में तन और मन से पवित्रता बनाए रखें। सात्विक भोजन करें और तामसिक प्रवृत्तियों से दूर रहें।
  • क्षमा और करुणा: सभी प्राणियों के प्रति दया का भाव रखें। किसी का अहित करने के उद्देश्य से साधना न करें।
  • गुरु का मार्गदर्शन: यदि संभव हो, विशेषकर तंत्र साधना के लिए, किसी योग्य गुरु का मार्गदर्शन अवश्य लें।

गुप्त नवरात्रि का समय ब्रह्मांडीय ऊर्जा के चरम पर होने का काल है। यह समय आत्म-विश्लेषण, आध्यात्मिक शक्ति संचय और मां भगवती के दिव्य स्वरूप के साथ एकाकार होने का सुनहरा अवसर है। जो इन रहस्यों को आत्मसात कर सच्ची भक्ति से साधना के पथ पर अग्रसर होता है, उसके जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और वह मां भगवती की असीम कृपा का पात्र बनता है।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here