सामाजिक मान-प्रतिष्ठा पाने के लिए यह मंत्र उपयुक्त हैं। असरकारक है। इस मंत्र के प्रभाव से देह सुख और आनंद की प्राप्ति होती है।
मंत्र है-
सुनि समुझहिं जन मुदित मन, मज्जहिं अति अनुराग।
लहहिं चारि फल अछत तनु, साधु समाज प्रयाग।।
मंत्र सिद्ध करने की विधि है-
प्रतिदिन स्फटिक की माला से 1००० मंत्रों का जप करें। इस क्रिया को दस दिन तक करें। 11 वें दिन कोढ़ियों को खिचड़ी खिलायें। इस मंत्र के प्रयोग से देह सुख, साधुओं की कृपा, समाज में प्रतिष्ठा व सहयोग प्राप्त होता है और प्रयाग स्नान का फल प्राप्त होता है।