सपने में पशु, गुफा, जंजीर, कुर्सी , चीता और परी देखना

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पशु – जो स्वप्न में पशु देखता है वह शीघ्र ही अपने पूर्व पुरूषों का धन प्राप्त करेगा। यह धन या तो गढ़ा हुआ मिलेगा या किसी कर्जदार से मिलेगा। पशुओं से बात करना जीवन के लिए खतरा प्रकट करता है।

गुफा – यदि स्वप्न में कोई गुफा के अन्दर अकेला जाता है तो उस पर कष्ट और मुसीबतें आनेवाली हैं। यदि वह गुफा से बिना किसी हानि के वापस आ जाता है तो समझो वह कठिनाइयों और कष्टों से पार हो जायेगा।

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अप्सरा ( परी ) – यदि कोई पुरूष स्वप्न में अप्सरा देखता है तो सर्वतोमुखी प्रसन्नता होगी। यदि कोई कुमारी देखे तो उसका विवाह होगा और बेकार आदमी देखे तो उसे काम मिलेगा और रोगी स्वास्थ्य लाभ करेगा।

जंजीर- स्वप्न में सोने की जंजीर पहने तो किसी शुभ समाचार की सूचना है। यदि कोई देखे कि उसकी जंजीर टूट गयी है तो यह बुरे समाचार का सूचक है। परन्तु लोहे की जंजीर टूटने का अर्थ है खुशी का आना और स्वप्नद्रष्टा की बाधाओं का दूर होना। लोहे की जंजोर पहने तो समझो कैद होगी। पर यदि अविवाहित स्त्री ऐसा स्वप्न देखे तो उसका विवाह शीघ्र ही किसी धनी और प्रतिष्ठित व्यक्ति से होगा।

कुर्सी – स्वप्न में कुर्सी देखना स्वप्नद्रष्टा के उन्नत भाग्य को प्रकट करता है। यह किसी धार्मिक या सामाजिक संस्था का प्रधान चुना जा सकता है। पर टूटी कुर्सी पर बैठना भावी दरिद्रता और अप्रतिष्ठा को बताता है।

चीता- स्वप्न में चीता देखना शक्तिशाली व्यक्ति से शत्रुता होना बताता है। यदि चीता आक्रमण करे तो समझो शत्रु प्रत्याक्रमण करेगा। यदि द्रष्टा चीता पर सवार हो तो उसे सब ओर से विजय मिलेगी। यदि कोई चीते पर सवार उसकी ओर आता है तो इसका अर्थ यह है कि उसका नाम और प्रसिद्धि होगी।

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